नई दिल्ली। दुनियाभर के पेशेवरों का मानना है कि 2017 में कंपनियों में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का जोखिम कायम रहेगा। रोल और एथिस्फेयर इंस्टीट्यूट के संयुक्त अध्ययन मेंं यह निष्कर्ष निकाला गया है।
सर्वेक्षण में शामिल एक-तिहाई 35 प्रतिशत जोखिम और अनुपालन पेशेवरों का मानना है कि 2017 में उनकी कंपनी में घूसखोरी और भ्रष्टाचार का जोखिम बढ़ेगा। वहीं 57 प्रतिशत की राय है कि यह जोखिम पिछले साल के स्तर पर ही बना रहेगा।
सर्वेक्षण में शामिल लोगों की राय है कि उनके भ्रष्टाचार और घूसखोरी रोधक कार्यक्रमों में सबसे अधिक खतरा तीसरे उल्लंघन 40 प्रतिशत से है। इसके अलावा 14 प्रतिशत का मानना है कि जटिल वैश्विक नियामकीय वातावरण इसके लिए एक प्रमुख जोखिम है। वहीं 12 प्रतिशत ने कहा कि कर्मचारियों द्वारा अनुचित भुगतान सबसे प्र्रमुख जोखिम है। भाषा