बोस्टन। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि नोटबंदी के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था की गति बनी रहेगी और देश अगले साल 8 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर हासिल करेगा।
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (एमआईटी) ऊर्जा सम्मेलन, 2017 में अपने संबोधन में प्रधान ने कहा कि पिछले नवंबर में हमने अपनी 86 प्रतिशत मुद्रा को चलन से बाहर कर दिया और उसके बावजूद देश के जीडीपी में निरंतर वृद्धि हो रही है। ताजा आंकड़ों के अनुसार सितंबर-दिसंबर तिमाही में वृद्धि दर 7 प्रतिशत रही।
प्रधान ने भरोसा जताया कि भारत वृद्धि दर इस साल 7 प्रतिशत से अधिक रहेगी और अगले साल यह 8 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी।
एमआईटी सम्मेलन में तेल बाजार के बदलते संतुलन पर ‘बैलेंस ऑफ पावर द चेंजिंग एनर्जी पैराडाइम’ शीर्षक विषय पर छात्रों, शिक्षकों, ऊर्जा विश्लेषकों और विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए प्रधान ने नरेंद्र ‘जलवायु-न्याय’ से संबद्ध ‘ऊर्जा-न्याय’ पर नरेंद्र मोदी सरकार के विशेष ध्यान को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि भारत में हम ऊर्जा की नई कहानी सृजित करना चाहते हैं। हम ऊर्जा न्याय को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमारा दृष्टिकोण समग्रता लिए हुए है और इसमें ऊर्जा के परंपरागत और वैकल्पिक स्रोतों पर ध्यान शामिल हैं। इसका मकसद प्रधानमंत्री मोदी के जलवायु न्याय से संबद्ध ऊर्जा न्याय के दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है।
दो दिन की यात्रा बोस्टन गए प्रधान ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के केनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट के छात्रों को भी संबोधित किया।
उन्होंने इस दौरान शहर के शीर्ष अधिकारियों और पूर्व अमेरिकी ऊर्जा मंत्री और अब प्रोफेसर हेनरी ली समेत ऊर्जा विशेषज्ञों से भी बातचीत की।