नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कहा कि वह भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करता है। हालांकि, उसने कहा है कि बदलाव के इस काम को सोच-विचारकर और बिना किसी अफरा-तफरी के किया जाना चाहिए। आईएमएफ प्रवक्ता गैरी राइस ने कहा, हम भारत में अवैध धन के प्रवाह और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए उठाए गए कदमों का समर्थन करते हैं।
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हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था में रोजमर्रा के लेनदेन में नकदी की भारी भूमिका को देखते हुए मुद्रा में बदलाव के काम को सोच-समझकर किया जाना चाहिए ताकि अफरातफरी कम से कम हो।
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उनसे भारत सरकार के 500 और 1,000 रुपए के नोटों को चलन से वापस लेने के फैसले के बारे में पूछा गया था। उन्होंने कहा, ’मेरा कहना है कि जब कोई देश इस तरह के कदम उठाता है, हालांकि यह कोई असाधारण कदम नहीं है - देश यह कदम उठाते रहे हैं, लेकिन इस काम को व्यवस्थित तरीके से करना चाहिए।’-एजेंसी
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