नई दिल्ली। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि सरकार कोयला कंपनियों के साथ गुणवत्ता सम्मेलन का आयोजन करेगी ताकि बिजली संयंत्रों को सही गुणवत्ता वाले इंधन की आपूर्ति की जा सके।
गोयल ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, पांच अप्रैल को मंत्रालय गुणवत्ता सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इसमें सभी कोयला कंपनियां तथा क्षेत्र के तकनीकी विशेषज्ञ शामिल होंगे।
वे रणनीतिक तैयार करेंगे ताकि हमारे बिजली संयंत्रों को सही गुणवत्ता वाले इंधन की आपूर्ति सुनश्चित हो सके और उन्हें उच्च दक्षता हासिल करने में मदद मिल सके।
इस बीच, बिजली मंत्रालय ने एक बयान में गोयल के हवाले से कहा कि भारत की सौर उर्जा उत्पादन क्षमता मौजूदा 10,000 मेगावाट से बढक़र अगले 15 महीने में 20,000 मेगावाट को पार कर जाएगी।
बयान में कहा गया है, इस साल 10 मार्च को देश में सौर बिजली की स्थापित क्षमता 10,000 मेगावाट को पार कर गई। यह तीन साल पहले स्थापित क्षमता से तीन गुनी अधिक है। इतना ही नहीं अगले 15 महीने में यह 20,000 मेगावाट को पार कर जाएगी।