नई दिल्ली। जिग्नेश शाह के नेतृत्व वाली फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड एफटीआईएल पर शिकंजा कसता जा रहा है। सरकार ने 5,600 करोड़ रुपए के कथित घोटाले में कंपनी और उसके 18 सहयोगियों की जांच गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय एसएफआईओ से कराने के निर्देश दिए हैं।
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एसएफआईओ इसके साथ ही भुगतान में असफल रहने वाली 20 अन्य इकाइयों की भूमिका की भी जांच करेगा। नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड एनएसईएल में भुगतान संकट के लिये जिम्मेदार ब्रोकरों के साथ उनकी साठगांठ का भी पता लगायेगा।
एनएसईएल में 5,600 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आने के बाद इसकी प्रवर्तक कंपनी फाइनेंसियल टैक्नालाजीज इंडिया लिमिटेड और इससे जुड़ी दूसरी अन्य इकाइयां विभिन्न जांच एजेंसियों के जांच के दायरे में आ गई। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा और प्रवर्तन निदेशालय भी इसकी जांच कर रहा है।
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कारपोरेट मामलों के मंत्रालय ने एसएफआईओ को इस मामले की जांच करने का आदेश दिया है। एनएसईएल घोटाले में इन इकाइयों की कथित संलिप्तता के कुछ और तथ्य सामने आने के बाद मंत्रालय ने एसएफआईओ की जांच के आदेश दिये हैं। यह जांच एनएसईएल, एफटीआईएल और उनकी 18 अनुषंगियों और सहायक कंपनियों तथा भुगतान में असफल रही 20 इकाइयों और ब्रोकरों के बीच उनकी साठगांठ को लेकर की जायेगी। -एजेंसी
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