मुंबई। अमेरिका में बांड यील्ड बढऩे तथा अगले महीने नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की संभावना और घरेलू स्तर पर नोटबंदी के कारण कमजोर पड़ी निवेश धारणा के कारण इस महीने अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआई) ने पूंजी बाजार से 469.70 करोड़ डॉलर (31,917.59 करोड़ रूपए) निकाल लिए हैं।
आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के पूंजी बाजार में 459.04 करोड़ डॉलर यानी 31,201.63 करोड़ रूपए की शुद्ध बिकवाली की गई।
एफपीआई ने इस महीने अब तक शुद्ध रूप से 232.71 करोड़ डॉलर (15,763.36 करोड़ रूपए) के शेयर तथा 236.99 करोड़ डॉलर (16,154.23 करोड़ रूपए) के डेट की बिकवाली की है।
यह लगातार दूसरा महीना है जब एफपीआई ने बाजार में शुद्ध रूप से बिकवाली की है। अक्टूबर में उन्होंने 154.33 करोड़ डॉलर बाजार से निकाले थे। हालांकि, इससे पहले लगातार तीन महीने उन्होंने शुद्ध रूप से बाजार में पैसे लगाए थे। जुलाई में उन्होंने 289.72 करोड़ डॉलर, अगस्त में 589.42 करोड़ डॉलर तथा सितंबर में 303.86 करोड़ डॉलर निकाले थे।
इस साल अब तक एफपीआई ने बाजार में शुद्ध रूप से 188.80 करोड़ डॉलर (11,510.60 करोड़ रूपए) का निवेश कर चुके हैं।