नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा है कि भारत के पास जलवायु परिवर्तन के कृषि पर असर की चुनौतियों से निपटने के लिए पर्याप्त जेनेटिक संसाधन है।
आज यहां पहले अंतरराष्ट्रीय कृषि विविधता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने यह बात कही। सिंह ने कहा कि देश के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ी जीन बैंक है जिसमें 4.29 लाख प्रजातियां हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन को संबोधित किया।
प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक और भारत में हरित क्रांति के जनक एम एस स्वामीनाथन ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया वह संयुक्त राष्ट्र में कृषि जैव विविधता के अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव को लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि कृषि जैव विविधता भारत में खाद्य सुरक्षा का आधार है। उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के लिए नए किस्मों या प्रजातियों की जरूरत है। -एजेंसी