नई दिल्ली। पाकिस्तान सरकार ने गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके में सिंधु नदी पर दियामेर-भाषा डैम बनाने में अग्रणी वर्ल्ड बैंक और भारत के विरोध के बावजूद इसके निर्माण के लिए हरी झंडी दे दी है। पाकिस्तान ने सिंधु नदी पर प्रस्तावित 14 बिलियन डॉलर डैम प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए फाइनेंसिंग प्लान अप्रूव किया है। इस बात की पुष्टि रेडियो पाकिस्तान के हवाले से हुई है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज सैंद्धांतिक तौर पर 4500 मेगावाट क्षमता वाले दियामेर-भाषा डैम के लिए फाइनेंस प्लान को अप्रूव किया है। रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट की मानें तो प्रधानमंत्री ने अपने वाटर एंड पावर सेक्रेटरी से इस डैम पर तेजी से आगे बढऩे को कहा है।
गौरतलब है कि इस डैम का फाइनेंशियल प्लान आत्मनिर्भरता पर आधारित है। इस डैम को बनाए जाने में एक बड़ा हिस्सा पब्लिक सेक्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम और वाटर एंड पावर डेवलपमेंट अथॉरिटी (ङ्ख्रक्कष्ठ्र) के साझे कार्यक्रम से आता है।
वर्ल्ड बैंक और भारत किया विरोध
पाकिस्तान ने इस डैम की प्लानिंग करने के बाद वर्ल्ड बैंक को अप्रोच किया था मगर वर्ल्ड बैंक ने उसके ऑफर को स्वीकार नहीं किया। वहीं एशियन डेवलपमेंट बैंक ने भी उनकी 14 बिलियन डॉलर की मांग को नकार दिया। यह डैम विवादित गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में बन रहा है। भारत इस हिस्से को राजसी जम्मू कश्मीर के हिस्से में मान कर चलता है। भारत इस डैम के निर्माण पर हमेशा से मुखर विरोधी रहा है।
ऐसे समय में जब हिन्दुस्तान की सेना पर उरी आतंकी हमले के बाद भारत इस डैम के निर्माण का मुखर विरोध कर रहा है और वर्ल्ड बैंक-एशियन डेवलपमेंट बैंक जैसे अग्रणी बैंकिंक संस्थान पाकिस्तान को नकार चुके हैं। ठीक उसी समय में दियामेर-भाषा प्रोजेक्ट और भी अहम मुद्दा बन जाता है।