नई दिल्ली। स्नैपडील जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां सामान की डिलीवरी होने पर ग्राहकों को नकदी के बजाय डिजिटल भुगतान के विकल्पों का इस्तेमाल करने की अनुमति दे रही हैं।
इससे पहले, डिजिटल भुगतान के विकल्प केवल सामान का आर्डर करते समय ही उपलब्ध थे, लेकिन अब ई-कामर्स कंपनियां सामानों की डिलीवरी होने के बाद कार्डों और मोबाइल बटुए के जरिए भुगतान स्वीकार कर रही हैं।
इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सामानों की डिलीवरी पर नकदी भुगतान का विकल्प चुनने के इच्छुक ग्राहक कहीं और न जाएं।
500 और 1,000 रुपए की पुरानी नोटों का चलन बंद करने के सरकार के निर्णय के बाद एमेजॉन और पेटीएम जैसी कंपनियों को कैश ऑन डिलीवरी सेवा रोकनी पड़ी थी, जबकि फ्लिपकार्ट और स्नैपडील ने इस तरह के आर्डरों पर 1,000 रुपए और 2,000 रुपए की सीमा तय कर दी।