नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में पिछले एक हफ्ते से छाई धुंध की वजह से इस क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों के 5-10 प्रतिशत कर्मचारी बीमार चल रहे हैं और इससे कंपनियों के कामकाज पर भी असर पड़ रहा है।
यह जानकारी उद्योग संगठन एसोचैम के एक सर्वेक्षण में सामने आई है। सर्वेक्षण के अनुसार वायु प्रदूषण के चलते कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या घटी है और इससे कामकाज पर असर पड़ रहा है।
संगठन के महासचिव डी. एस. रावत ने इस संबंध में चेतावनी के लहजे में कहा, ‘‘पर्यावरण और वायु प्रदूषण संबंधी मुद्दों से ‘ब्रांड इंडिया’ की तस्वीर को क्षति पहुंचेगी और पर्यटन जैसे क्षेत्र भी प्रभावित होंगे क्योंकि लोग प्रदूषित क्षेत्रों से दूर रहना चाहेंगे।’’
संगठन की सामाजिक विकास इकाई ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की करीब 150 कंपनियों के मानव संसाधन विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में चर्चाकर यह सर्वेक्षण रपट दी है। इस सर्वेक्षण का लक्ष्य वायु प्रदूषण के प्रभाव का आकलन करना था।
कंपनियों के ज्यादातर मानव संसाधन पेशेवरों ने कहा कि उन्हें पांच से 10 प्रतिशत के बीच स्टाफ की तंगी महसूस हो रही है। कर्मचारी लगातार बीमार होने की सूचना दे रहे हैं। सर्वे में कहा गया है कि कई प्राइवेट कंपनियां अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने की अनुमति भी दे रही हैं।
रावत ने यह भी कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए कंपनियों अपने कर्मचारियों को कामकाज के घंटों में लचीलापन दिखाना चाहिए।