मुंबई। सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को वर्तमान वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 641.80 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। इसके पीछे अहम वजह फंसे हुए कर्ज के लिए प्रावधान बढ़ाना है। पिछले साल इसी अवधि में उसे 112.80 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
बैंक ने एक बयान में बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय घटकर 6965.40 करोड़ रुपए रही जो पिछले साल इसी अवधि में 7104.10 करोड़ रुपए थी।
आलोच्य अवधि में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां एनपीए उसके सकल ऋण का 13.7 प्रतिशत रही जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह आंकड़ा 6.56 प्रतिशत था। बैंक का शुद्ध एनपीए उसके शुद्ध ऋण का 8.17 प्रतिशत रहा जो पिछले वित्त वर्ष में 3.83 प्रतिशत था।
बैंक ने इस अवधि के लिए फंसे हुए कर्ज का प्रावधान बढ़ाकर 1661.21 करोड़ रुपए कर दिया जो पिछले साल इस दौरान 654.44 करोड़ रुपए था।