मुंबई। बीएसई ने डाटा एनालिसिस पर आधारित एक ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मैकेनिज्म अपनाने की घोषणा की है, जिसके ज़रिए ट्विटर तथा फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जारी की गई सूचीबद्ध कंपनियों से संबंधित खबरों पर नजर रखी जा सकेगी।
निवेशकों को बीएसई की वेबसाइट पर अब बीएसई तथा और सेंसेक्स की सूची में शामिल कंपनियों के बारे में सटीक सूचनाएं मिल पाएंगी। बीएसई अब डाटा एनालिसिस आधारित सिस्टमैटिक सॉल्यूशन को अपनाकर पूंजी बाजार में संचार के नए माध्यमों पर अधिक नजर रख पाएगा। डाटा एनालिसिस और सांख्यिकी के मॉडल के सहारे यह सॉल्यूशन काम करेगा।
सोशल मीडिया सॉल्यूशन द्वारा जारी किये गये अलर्ट पर बीएसई की पैनी नजर होगी । ये अलर्ट सामान्य जानकारियों तथा संचार माध्यमों के जरिए फैलने वाले अफवाहों पर भी जारी होंगे। प्रिंट और ऑनलाइन माध्यमों पर कंपनियों के संबंध में दी गई सूचनाओं तथा बीएसई को मिली जानकारी में अगर कोई अंतर पाया गया तो संबंधित कंपनियों को उसका जवाब देगा। कंपनी के जवाब को बाद में निवेशकों के हित का ख्याल रखते हुए बीएसई की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा ताकि वे पूरी जानकारी हासिल करके अपने पैसे लगाएं।
बीएसई सोशल मीडिया पर नजर बनाए रखने के लिए अद्यतन प्रौद्योगिकी का विस्तार और इस्तेमाल करता रहेगा। इससे भारतीय पूंजी बाजार में निवेशकों को सुरक्षा का अहसास होगा तथा साथ ही शेयर बाजार के संचालन में एकरुपता आएगी।
बीएसई ने हाल में कई सुविधायें शुरू कीं, जिनमें से एक यह है कि सूचीबद्ध कंपनियां एक्सबीआरएल वेबपेज के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक तरीके से अपने परिणाम जारी करें या जरुरी सूचनाएं दें। बीएसई द्वारा शुरु की गई ऑनलाइन रिपोर्टिंग भी अफवाहों पर लगाम लगाने का एक माध्यम है। ऑनलाइन रिपोर्टिंग के जरिए अधिक सटीक, प्रभावी और समय पर जरुरी सूचनायें देने की कोशिश की गई।