पटना। विधानसभा में 8,983 करोड़ रूपए का बिहार विनियोग विधेयक, 2017 आज ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी को लेकर मंत्री अब्दुल जलील मस्तान को बर्खास्त किए जाने की मांग करते हुए भाजपा नीत राजग के बहिगर्मन के बीच विनियोग विधेयक पारित हुआ।
भोजनावकाश के बाद बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने गत 22 फरवरी को प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी को लेकर मद्य एवं निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान को बर्खास्त किए जाने की अपनी मांग दोहराई और राजग सदस्य सदन के बीच आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।
विपक्षी सदस्यों के शोरशराबे के बीच अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी की अनुमति से वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी द्वारा पेश किए गए 8,983 करोड़ रूपए का बिहार विनियोग विधेयक 2017 पर चर्चा शुरू हुई।
सत्ताधारी महागठबंधन जदयू..राजद.कांग्रेस के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद के पूर्व सांसद मोहम्मद अली अशरफ फातमी के खिलाफ भाजपा सदस्य बाबू लाल गुप्ता द्वारा कल की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर उनकी सदस्यता समाप्त किए जाने की मांग की।
अध्यक्ष द्वारा शोरशराबा कर रहे सदस्यों से शांत रहने और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने की अपील को अनसुनी कर देने पर उन्होंने करीब 2.25 बजे सदन की कार्यवाही 4.45 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर सरकार के जवाब के पूर्व भाजपा सदस्य अपनी सीट से खड़े होकर सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से बहिर्गमन कर गए। विपक्ष के बहिगर्मन के बीच सदन ने 8983 करोड़ रूपए का बिहार विनियोग विधेयक 2017 ध्वनि मत से पारित कर दिया।