नई दिल्ली। बैंक अब दूसरे दौर के वेतन भुगतान की तैयारी में लग गए हैं क्योंकि कई संगठन अपने कर्मचारियों को वेतन हर महीने की सात तारीख को देते हैं।
कई बैंक शाखाएं अभी भी नकदी की समस्या से जूझ रहे हैं और रिजर्व बैंक द्वारा मंजूर 24,000 रुपए प्रति सप्ताह की सीमा से कम राशि ग्राहकों को निकालने की अनुमति दे रहे हैं। कई जगहों पर अभी लंबी कतारें देखी जा रही हैं क्योंकि अधिकतर एटीएम में नकदी नदारद है।
बैंक अधिकारियों के अनुसार दूसरा वेतन बुधवार को आने वाला है जिससे निकासी के लिये शाखाओं में कतारें बढ़ेंगी और बैंक लोगों की मांग को पूरा करने के लिये व्यवस्था कर रहे हैं।
एक्सिस बैंक के कार्यकारी निदेशक राजेश दहिया ने कहा कि बैंक उन शाखाओं में व्यवस्था कर रहे हैं जहां निकासी दबाव है।
एटीएम के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हालांकि 95 प्रतिशत एटीएम को नए नोटों के लिहाज से दुरुस्त कर दिया गया है लेकिन लाजिस्टिक की कमी की वजह से नकदी की कमी है। एटीएम में दिन में केवल एक बार नकदी डाली जा रही है।
बैंकों पर दबाव अगले कुछ और समय तक बना रहेगा।
बैंक अधिकारियों के अनुसार वेतन को लेकर भीड़ अगले सात से 10 दिनों तक बनी रहेगी।
एसबीआई के प्रबंध निदेशक रजनीश कुमार ने कहा कि वेतन और पेंशन के लिए भीड़ अगले 5 से 7 दिनों तक बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि शाखा के स्तर पर सीमित मात्रा में नकद निकासी की अनुमति दी जा रही है ताकि अधिक संख्या में ग्राहकों की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
बैंक अधिकारियों के अनुसार कुछ बैंक 2,000 रुपए प्रति व्यक्ति दे रहे हैं जबकि जिनके पास नकदी अच्छी है, वे 24,000 रुपए के बजाए 10,000 से 12,000 रुपए प्रति व्यक्ति निकासी की अनुमति दे रहे हैं।