नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपए के नोट बंद किए जाने के बाद दिसंबर में पहली सैलरी आने वाली है। नोटबंदी और कैश क्राइसिस के बीच लोगों को इस सैलरी का बेसब्री से इंतजार है। खासकर सरकारी कर्मचारियों व पेंशनर्स को अभी से ही इस बात का डर सता है कि उन्हें समय पर पेमेंट मिलेगा अथवा नहीं।
हालांकि, बैंकों का कहना है कि सैलरी पेमेंट के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सभी के अकाउंट में सैलरी तो पूरी डाल दी जाएगी, लेकिन एक हफ्ते में वे 24,000 से ज्यादा नहीं निकाल पाएंगे।
28 से 7 तक आएगी सैलरी
ज्यादातर सरकारी सेवकों व प्रतिष्ठानों के कर्मियों को 30 नवंबर से लेकर 7 दिसंबर के बीच वेतन मिलना है। जाहिर है इस दौरान नकद की मांग ज्यादा रहेगी और बैंकों व एटीएम में भीड़ और ज्यादा उमड़ेगी। ऐसे में विशाल पैमाने पर लोगों की सैलरी का इंतजाम करने के लिए उपाय किए तो गए हैं, लेकिन वे कितना कारगर साबित होंगे। ये आने वाले एक सप्ताह के दौरान स्पष्ट हो जाएगा। इधर, बैंक अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल वही व्यवस्था लागू रहेगी, जो नोटबंदी के बाद से चली आ रही है। सरकारी कर्मचारियों को पैसा देने के लिए करेंसी की कमी नही है, जितनी सैलरी उनको मिलती है उनके अकाउंट मे डाल दिया जाएगा, बस सरकार द्वारा जो लिमिट तय है, उसी मुताबिक वे पैसे निकाल पाएंगे।
आरबीआई को भेजे गए डिटेल्स
बैंक अधिकारियों ने बताया कि सभी ब्रांचों ने सैलरी और पेंशन के लिए हर महीने जितने रुपए की जरूरत है, उसकी डिटेल आरबीआई को भेज दी है। आरबीआई की ओर से पैसे भेजे जा रहे हैं। ऐसे में सैलरी भोगियों को पेमेंट में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी।
एक हफ्ते मे मिलेंगे 24 हजार
बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि, हमारे सभी ब्रांच मे जहां सैलरी और पेंशन वालों का अकाउंट है, उनको जिस सिस्टम से हर महीने सैलरी आती रही है, उसी तरह से नवंबर महीने की सैलरी भी आएगी, बस फर्क इतना होगा कि सरकार ने जो लिमिट तय किया है, उसी के अनुसार पैसा दे पाएंगे, जिनकी सैलरी 50 हजार रूपए है उनके खाते मे 50 हजार रूपए आएगा लेकिन एक बार मे उनको 24 हजार रूपए ही दे पाएंगे, वो अगले सप्ताह 24 हजार रूपए अपने खाते से निकाल सकते हैं।