नई दिल्ली। पनामा पेपर्स लीक मामला सामने आने के सात महीने बाद टैक्स वॉयलेशन के आरोपों को लेकर देश में भारतीयों के खिलाफ सबसे बड़ी ऑफशोर इन्क्वायरी जारी है। पनामा पेपर्स जांच से जुड़े फिलहाल 415 भारतीय आयकर विभाग की जांच के घेरे में हैं।
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एक निजी अखबार की खबर के मुताबिक, सरकार 13 जगहों पर भारतीयों के स्वामित्व वाली ऑफशोर कंपनियों के बारे में 198 रेफरेंसेज पहले ही भेज चुकी है। इनमें ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, बहामास, लग्जमबर्ग, न्यू जर्सी, सेशेल्स, स्विट्जरलैंड और सायप्रस भी शामिल हैं। इन देशों के साथ टैक्स ट्रीटी साइन की गई है।
वित्त मंत्रालय के फॉरेन टैक्स एंड टैक्स रिसर्च डिविजन ने इन रेफरेंसेज को भेजा है। बता दें कि इस साल जुलाई तक 297 भारतीय जांच के दायरे में थे।
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यहां भेजे गए ज्यादा रेफरेंसेज
सबसे ज्यादा रेफरेंसेज आयकर विभाग की नई दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद की यूनिट्स को भेजे गए हैं। अप्रैल में पनामा पेपर्स लीक मामला सामने आने के बाद सरकार ने स्पेशल टास्कफोर्स बनाई थी, जिसे काले धन पर बनी एसआईटी ने इन्फॉर्मेशन मुहैया कराई।
15 लाख दस्तावेज हुए थे लीक
पनामा स्थित लॉ फर्म मोसाक फोन्सेका से लीक हुए एक करोड़ 15 लाख दस्तावेजों में दुनियाभर की कई मशहूर हस्तियों के नाम सामने आए थे, जिन्होंने कथित तौर पर इस फर्म की मदद से टैक्स चोरी करते हुए 'टैक्स हेवन' कहे जाने वाले देशों में अपना काला धन छिपाया है। कहा जा रहा है कि इन नामों में अमिताभ बच्चन और उनकी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन जैसे भारत के भी 500 नामी लोग शामिल हैं।
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