चाइना की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी नेक्स्टईवी ने लंदन में अपने नए मॉडल 'नियो' और इस मॉडल के तहत बनाई गई पहली सुपरकार 'नियो ईपी9' पेश की। कपनी ने दावा किया है कि यह दुनिया की सबसे तेज इलेक्ट्रिक कार है।
इसकी रफ्तार को टेस्ट करने के लिए जर्मनी के फेमश रेस ट्रैक पर ड्राइव की गई। यह ट्रैक करीब 20 किमी लंबा है। इस कार ने वहां पर ट्रैक का एक चक्कर 7 मिनट और 5.12 सेकंड में पूरा किया। इसी के साथ इसने इस ट्रैक पर सबसे जल्दी लैप (चक्कर) पूरा करने का खिताब भी अपने नाम कर लिया। यह खिताब पहले टोयोटा की टीएनजी ईवी पी003 के पास था, जिसने 7 मिनट और 22.329 सेकंड में एक लैप पूरा किया था।
कंपनी ने दावा किया है कि नियो ईपी9 की पावर 1 मेगावॉट यानी 1360 पीएस है। इस कार में चार इलेक्ट्रिक मोटर और इतने ही गियरबॉक्स लगे हैं। जिसकी मदद से यह कार 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार को पकडऩे में मात्र 2.7 सेकंड का समय लेती है, जबकि यह कार 200 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकडऩे में 7.1 सेकंड का समय लगाती है।
इसकी अधिकतम स्पीड 313 किमी प्रति घंटा है। कंपनी के मुताबिक, इसमें इंटरचार्जेबल बैटरी सिस्टम है, जिससे बैटरी को चार्ज होने में 45 मिनट का समय लगता है। यह कार एक बार फूल चार्ज होने पर 427 किमी तक चल सकती है।
इस कार को बनाने में कस्टमाइज्ड कार्बन फाइबर मैटेरियल का बहुत इस्तेमाल हुआ है। यह कार ऑटोमेटिक ड्राइविंग तकनीक में इस्तेमाल होने वाले ई-नियंत्रण स्ट्रक्कर और सेंसर से भी लेस हैं।