एयरबस नें जिनेवा मोटर शो 2017 में अपनी महत्वकांक्षी फ्लाइंग कार पॉप.अप पेश की है। यह कार द्वारा रोड और हवा दोनों में यात्रा की जा सकेंगी। यह कार भविष्य में आपके हवा में उड़ने के सपने को पूरा कर सकती है। हालांकि, कंपनी ने इसकी कोई समय सीमा नहीं दी है।
उड़ने वाली कारों का भविष्य एक कल्पना के बहुत ही पास हो सकता है। कई कंपनियां का मुख्य फोकस सेल्फ ड्राइविंग और ग्रीनर टेक्नोलॉजी वाली कारों पर है। एयरबस जैसी कंपनी दुनिया भर के शहरी यात्रियों को पहुंचाने के लिए उड़ने वाली कारों को लाने के लिए देख रही है।
एयरबस ने हाल ही में जिनेवा मोटर शो में अपनी कॉन्सेप्ट फ्लाइंग कार पॉप.अप पेश की। मोटर शो इसके प्रदर्शन से काफी हलचल ही मच गई और कंपनी इससे अधिक करने का वादा भी किया।
पॉप-अप- वाहना के तहत कंपनी द्वारा बनाया यह प्रोजेकेट एक कैप्सूल के जैसा दिखता है और इसे रोड़ पर चलाने के लिए इसको चार पहियों वाले सेटअप पर कनेक्ट करना होगा। यह कार आसमान में उड़ने लिए अपने आप को आधार से अलग करती है और ये सब मोबाइल एप द्वारा रिमोट कंट्रोल होता है।
इसे बहुत हल्की बनाने के लिए कार्बन फाइबर को उपयोग किया गया है। पॉप.अप 2.6 मीटर लंबी, 1.4 मीटर ऊंची और 1.5 मीटर चौड़ी है। इसकी आधार भी कार्बन फाइबर से बना है और यह बैटरी द्वारा संचालित है।
इसकी एक बार यात्रा पूरी होने पर इसकी हवा में उड़ने वाली और आधार बॉडी स्वतंत्र रूप से पुनः अपने निर्धारित चार्जिंग स्टेशन पर आ जाएंगे और अगली यात्रा के लिए तैयार हो जाएंगे।
कंपनी का दावा है कि पॉप.अप में उन्नत एआई है जो इसकी स्वचालित रूप से पता लगाने और बाधाओं से बचाने में मदद करेंगी।
हालांकि, इसके लिए कोई समय सीमा नहीं दी गई है जब पॉप.अप वास्तव में शहर के आसमानों पर भरेगी। इसका मुख्य उद्देश्य व्यवसायिक परिवहन है ना की व्यक्तिगत सुविधा।